Monday, October 31, 2011
Kartar Singh (late)
Shri kartar singh at rajabpur. Read full story at vradhgram : करतार सिंह का जाना |
करतार सिंह साधारण वेशभूषा में ही रहते थे और उनके चेहरे पर सदा मुस्कान खिली रहती थी। |
तिगरी तट पर उनका शरीर पंचतत्व में विलीन हुआ जहां किसान नेताओं से लेकर भारी संख्या में आम लोग मौजूद रहे. |
करतार सिंह हमेशा ही किसान यूनियन के कार्यक्रमों में सक्रिय रहे तथा किसानों के लिए कार्य करते रहे। |
स्व. करतार सिंह के पार्थिव शरीर को उनके गांव से तिगरीधाम के गंगा तट पर ले जाते हुए लोग। |
शोकाकुल परिवार। |
करतार सिंह के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए आते किसान नेता। |
Lalita Devi Gajraula
ललित देवी मंदिर में एकत्रित श्रद्धालु.(click to enlarge) | मान्यता है कि यहां सभी मनौतियां पूर्ण हो जाती हैं.(click to enlarge) |
महिलायें जमकर खरीददारी करती हैं.(click to enlarge) | बच्चों का मुंडन संस्कार भी किया जाता है।(click to enlarge) |
दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं मंदिर में और मनौतियां पूर्ण होने पर देवी का धन्यवाद करते हैं.(click to enlarge) | महिलाओं के काम की यहां हर वस्तु मिलती है जिसे वे बड़े चाव से खरीदती हैं.(click to enlarge) |
Jaat reservation kafurpur J P nagar
लोग अपने पशुओं तक को रेलवे लाइन पर ले आये | बेचारे पशुओं को तपती धूप में इस तरह खड़ा किया गया |
जाट संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक (मध्य), उपाध्यक्ष मौ. यामीन(बायें) | महिलाओं ने रेलवे ट्रैक पर ही चूल्हा लगाकर भोजन बनाना शुरु कर दिया |
राजनीति भी हावी रही आंदोलन में. in the pic: Mahaboob Ali (Samajwadi Party) | in the pic: Chanderpal Singh (former minister) pics taken on may 2011 |
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